सहकारिता आंदोलन को बचाने के लिए भाजपा द्वारा अभियान चलाया जाएगा। शनिवार को भाजपा नेताओं ने बैठक कर रणनीति तैयार की है। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सहकारिता आंदोलन को खत्म करने की साजिश रच रही है। प्रदेश की सभी लैंपस का चुनाव नहीं कराना लोकतंत्र की हत्या है।
एक साल होने के बाद भी आज सोसाइटियों में प्राधिकृत अधिकारी नियम विरुद्ध बैठे हैं जबकि चुनाव नहीं कराने की स्थिति में अधिकतम 6 माह तक के लिए प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया जा सकता है। वर्तमान सरकार द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसका सहकारिता प्रकोष्ठ विरोध करता हैं।
कांग्रेस सरकार चुनाव कराने से डर रही है। सभी सोसाइटियों में गुणवत्ताहीन वर्मी कंपोस्ट डंप किया जा रहा है और रासायनिक उर्वरक लेने वर्मी कंपोस्ट की अनिवार्यता से किसान परेशान हो रहे हैं। उक्त वर्मी कंपोस्ट अमानक स्तर का है। भाजपा नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि वर्मी कंपोस्ट की अनिवार्यता समाप्त की जाए ऐसा नहीं किया गया तो भाजपा नेता सोसाइटियों में जन चौपाल लगाएंगे और हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।