छत्तीसगढ़ शासन प्रशासन के आंखों में धूल झोंककर एक फर्जी शिक्षक ने कुटरचित दस्तावेज प्रस्तुत कर शिक्षा विभाग में नौकरी पाने में सफल होकर ऐस आराम की ज़िंदगी रहा है। छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग में दस साल नौकरी कर लाखों रुपए वेतन के रूप में हड़पने में कामयाब रहा। उक्त मामले की खुलासे होने की भनक लगते ही ट्रांसफर करवा कर क्षेत्र बदलकर नौकरी करते रहे। कुछ समय बाद उनके जहान में भय का खौफ बना रहा था,जिसके चलते शिक्षक विभाग की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। फिर कुछ वर्ष बीत जाने के बाद पुनः छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग में नई विज्ञापन के आधार पर पहले प्रस्तुत किया दस्तावेज में सिर्फ प्राप्त अंकों एवं श्रेणियों में अंतर है वाले दस्तावेज प्रस्तुत कर फिर से नौकरी पाने में सफल हो गया, इस प्रकार दोनों समय नियुक्ति के समय प्रस्तुत दस्तावेज का मिलान करने स्वत: पुष्टि हो रहा है। आजपर्यंतक छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग में धोखेबाज शिक्षक एक नहीं दो बार कुटरचित दस्तावेज प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ शासन प्रशासन से शिक्षा विभाग में नौकरी पाने में सफल हो कर बिंदास नौकरी कर रहा है, ऐ धोखेबाज शिक्षक फर्जी नौकरी हासिल कर लाखों रुपए हड़पने की जांच कार्रवाई जल्द होगा फिर पुलिस विभाग के सुपुर्द कर सलाखों पीछे नजर आएंगे। विधि के जानकार की मानें तो फर्जी शिक्षक पर आईपीसी की धारा 420 ,467,471,472 एवं आर्थिक जुर्माना लगने की पुरी सम्भावना है जिसमें सात साल की जेल का प्रावधान है।
फर्जी नौकरी हासिल कर शासन से हड़पे लाखों रुपए,जल्द होगें सलाखों पीछे
9/05/2023 12:21:00 pm
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