छत्तीसगढ़ प्रदेश । ग्राम पंचायत सचिव संघ के प्रांताध्यक्ष श्री तुलसी साहू जी के नेतृत्व में प्रदेश सचिव संघ की लंबित मांग 02 वर्ष परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीय करण को लेकर बस्तर संभाग के माननीय 12विधायक को लेकर माननीय मंत्री महोदय श्री कवासी लखमा जी, वाणिज्य एवं आबकारी मंत्री के द्वारा सार्थक प्रयास किया।लेकिन छत्तीसगढ़ प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री महोदय भूपेश बघेल जी से सचिवों की चर्चा हेतु समय नहीं मिल पाया (विफल रहा) डेलिकेशन टीम द्वारा निर्णय लिया गया। सभी 146 ब्लॉक में क्रमिक भूख हड़ताल आगे अनवरत जारी रहेगा। जब तक हमारी मांग पूरा ना हो जाए।।सभी ब्लॉक के सचिव साथी गण हड़ताल में 100%प्रतिशत उपस्थित रहेंगे। प्रतिनिधि मंडल टीम में प्रांत अध्यक्ष श्री तुलसी साहू ,प्रान्त उपाध्यक्ष रामदुलार साहू सभी जिला अध्यक्ष पीलू डेंगल, शंभू साहू, कोमल निषाद, छबि साहू, रवि शुक्ला, नीलेश सिंह, यशवंत जंघेल, भागवत साहू, आत्मा साहू, लाला, मनोज देवांगन, एवं 33 ज़िला से 200 सचिव साथी गण उपस्थित थे
प्रदेश उपाध्यक्ष नें वार्ता के दौरान बताया कि पिछले वर्ष शिक्षक सम्मान समारोह इंडोर स्टेडियम रायपुर में मुख्यमंत्री जी के द्वारा कहा गया था कि, एक वर्ष के अंदर, सचिवों की मांग शासकीकरण, पूर्ण करने एवं पदोन्नति, क्रमोउन्नन्ति, हेतु एक कमेटी गठित की जायेगी, परन्तु आज पर्यन्त तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, लोकतंत्र के छोटे से बड़े सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को आम जनमानस तक ईमानदारी एवं निष्ठा पूर्वक कार्य करते हुए अंतिम व्यक्ति तक अपनी जान जोखिम में डालकर सचिव ग्राम पंचायत का सचिव कार्य कर रहा है चाहे वह करोना काल हो या फिर कोई भी विषम परिस्थिति आने पर सरकार के योजनाओं को अपनी जी जान लगाकर धरातल पर अमल करवाने वाला सचिव आज अपने ही अधिकार के लिए वर्षों से दर-दर भटक गए परंतु यह सरकार कान में रुई डाल कर बैठी हुई है उन्होंने स्पष्ट कहा है कि अब यह हमारी आर-पार की लड़ाई होगी जो सरकार हमारी मांगों को पूरा करेगी वह 15 साल नहीं 25 साल तक राज करेगी जो हमारे साथियों का अहित करेगी वह सरकार का अंतिम कार्यकाल होगा, चाहे वह किसी की सरकार हो,इस समय सभी पंचायत साथी आर पार की लड़ाई के मूड में है।।
यह चुनावी वर्ष है, चार महीने बाद कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है और, अचार संहिता लग सकती है, ऐसे में हमारी मांगों पर फिर पानी फिर जायेगा, दो तीन दसको से अपने ही हक के लिए दर दर भटक रहे