कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कृषि समूह के अंतर्गत विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागों में संचालित केंद्र परिवर्तित एवं राज्य परिवर्तित योजनाओं की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने बैठक में कृषि विभाग, सहकारिता विभाग पशुपालन विभाग, उद्यानिकी विभाग एवं मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभागों में संचालित विभिन्न योजनाओं से जनजाति समुदाय को जोड़कर लाभांवित करें। कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है। इसके साथ ही साथ यह क्षेत्र कृषि प्रधान भी है। इसे दृष्टिगत रखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा कृषि समूह अंतर्गत संचालित योजनाओं से जोड़कर जनजाति समुदाय का उत्थान करने में मदद मिलेगा।
कलेक्टर ने कहा कि जनजाति समुदाय के कृषकों को कृषि सेक्टर के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़कर सर्वांगीण विकास करें। किसानों से भेंट कर उन्हें विभागीय योजनाओं की जानकारी दें। साथ ही इन योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ लेने दिलाएं।
कलेक्टर ने बैठक में सहकारिता विभाग के अंतर्गत सभी सहकारी समितियां में पर्याप्त मात्रा में खाद एवं बीज का भंडारण करने के साथ ही जनजाति कृषकों की मांग पर वितरण करने के कड़ी निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार से खाद बीज की समस्या से परेशान होना न पड़े, इस पर विशेष ध्यान रखें। कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि किसानों को धान के साथ ही कम समय में अधिक मुनाफा देने वाले फसलों का लेने के लिए प्रोत्साहित करें। किसानों को केंद्र सरकार के अंतर्गत संचालित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिलाएं। उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत दलहन, तिलहन, सब्जी एवं फल उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करें। किसानों को मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें इसके फसल लेने के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन भी करें। इसी तरह उन्होंने बैठक में पशुपालन के अंतर्गत जनजाति समुदाय के कृषकों को पशुपालन के साथ ही दुग्ध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए हैं। जनजाति समुदाय के कृषकों को मत्स्य पालन से जोड़कर उनके आर्थिक उन्नयन करने कहा गया है।
कलेक्टर ने बैठक में जिले को मिले लक्ष्यनुसार अब तक किए गए खाद बीज के वितरण की स्थिति, सहकारी समितियां में भंडारण और मांग की जानकारी ली। इसी तरह से मानसून को दृष्टिगत रखते हुए कृषि के अंतर्गत खरीफ फसल के लिए निर्धारित रकबा और अब तक बोएं गए धान की रकबा एवं अन्य फसलों की रकबा की जानकारी ली गई निर्धारित लक्ष्य और कृषकों के कल्याण के लिए किया जा रहे कार्य योजना की जानकारी ली गई। पशुपालन विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं से लाभप्रद पशुपालक कृषकों के संबंध में आवश्यक जानकारी लिया गया।
कलेक्टर ने कहा कि जनजाति समुदाय के कृषकों को कृषि सेक्टर के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़कर सर्वांगीण विकास करें। किसानों से भेंट कर उन्हें विभागीय योजनाओं की जानकारी दें। साथ ही इन योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ लेने दिलाएं।
कलेक्टर ने बैठक में सहकारिता विभाग के अंतर्गत सभी सहकारी समितियां में पर्याप्त मात्रा में खाद एवं बीज का भंडारण करने के साथ ही जनजाति कृषकों की मांग पर वितरण करने के कड़ी निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार से खाद बीज की समस्या से परेशान होना न पड़े, इस पर विशेष ध्यान रखें। कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि किसानों को धान के साथ ही कम समय में अधिक मुनाफा देने वाले फसलों का लेने के लिए प्रोत्साहित करें। किसानों को केंद्र सरकार के अंतर्गत संचालित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिलाएं। उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत दलहन, तिलहन, सब्जी एवं फल उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करें। किसानों को मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें इसके फसल लेने के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन भी करें। इसी तरह उन्होंने बैठक में पशुपालन के अंतर्गत जनजाति समुदाय के कृषकों को पशुपालन के साथ ही दुग्ध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए हैं। जनजाति समुदाय के कृषकों को मत्स्य पालन से जोड़कर उनके आर्थिक उन्नयन करने कहा गया है।
कलेक्टर ने बैठक में जिले को मिले लक्ष्यनुसार अब तक किए गए खाद बीज के वितरण की स्थिति, सहकारी समितियां में भंडारण और मांग की जानकारी ली। इसी तरह से मानसून को दृष्टिगत रखते हुए कृषि के अंतर्गत खरीफ फसल के लिए निर्धारित रकबा और अब तक बोएं गए धान की रकबा एवं अन्य फसलों की रकबा की जानकारी ली गई निर्धारित लक्ष्य और कृषकों के कल्याण के लिए किया जा रहे कार्य योजना की जानकारी ली गई। पशुपालन विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं से लाभप्रद पशुपालक कृषकों के संबंध में आवश्यक जानकारी लिया गया।