कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चंद्रावल ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिला अधिकारियों की विभागवार बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति की समक्षा की इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को शेष आवेदनों के शीघ्र और गुणवत्ता पूर्ण निराकरण के दिशा निर्देश दिए कलेक्टर श्री सिंह ने अधिकारियों से आवेदनों के समाधान में तेजी लाने की अपील की और कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी आवेदनों का समाधान त्वरितए पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण हो । उन्होंने कहा कि आवेदनों के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही न होए ताकि नागरिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार अंतर्गत कभी भी जिले में मुख्यमंत्रीए मंत्रीगण का आगमन हो सकता है, जिसकी जानकारी कार्यक्रम से कुछ समय पहले ही होती है। इसलिए सभी अधिकारी कार्यक्रम से जुड़ी सभी तैयारियां समय रहते सुनिश्चित कर लेंगे। इस दौरान उन्होंने सुशासन तिहार के अंतर्गत 7 मई को ग्राम साल्हेवरा में आयोजित किए जाने वाले शिविर की तैयारी के संबंध में आवश्यक चर्चा की तथा सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा.निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिविर में समाधान काउंटर भी रखा जाए जहाँ आवेदकों को उनके समाधान की वस्तुस्थिति से अवगत कराया जा सके। समाधान शिविर हेतु सभी नियुक्त नोडल अधिकारी अपने क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए रिपोर्टिंग करते रहे। उन्होंने खाद्य विभाग, डीएमओए, आरसीएस तथा सीसीबी नोडल विभागों को टीम वर्क के साथ काम करते हुए 10 मई तक धान उठाव के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने समय सीमा के लंबित आवेदनों की समीक्षा करते हुए निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने माननीय राज्यपाल महोदय के दो दिवसीय 07 और 08 मई जिले प्रवास के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए सभी तैयारियां समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी श्री पंकज सिंह राजपूत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रेम कुमार पटेल, अपर कलेक्टर श्री सुरेंद्र कुमार ठाकुर, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सुमन राज, एसडीएम खैरागढ़ श्री टंकेश्वर प्रसाद साहू, डिप्टी कलेक्टर सुश्री रेणुका रात्रे सहित सभी जिला अधिकारी उपस्थित रहे।
*पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल द्वारा कानून के क्रियान्वयन के संबंध में दिए दिशानिर्देश*
इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल ने नए कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऐसे प्रकरण जो न्यायालय में विचाराधीन हैं और जिनमें दो से अधिक बार स्थगन हुआ है, उनकी समीक्षा की जाएगी उन्होंने बार काउंसिल एवं न्यायिक अधिकारियों के साथ अभियोजन तथा न्यायिक प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं पर चर्चा कर उनके निराकरण हेतु समन्वय बैठक आयोजित करने की बात कही। आईटी आधारित संसाधनों का उपयोग शासन द्वारा जारी विभिन्न मोबाइल एप्स के माध्यम से विवेचना अधिकारियों को मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो सकेए इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। साथ ही प्रत्येक विवेचना अधिकारी को सीसीटीएन से मोबाइल के माध्यम से जोड़ने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। इसी प्रकार उन्होंने बताया कि अस्पताल, बैंक, जेल एफएसएल एवं एसपी कार्यालय को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से जोड़ने हेतु अधिसूचना जारी की जाएगी और इससे संबंधित कर्मचारियों को आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
जो प्रकरण न्यायालय में लंबित हैं और जिनकी विवेचना एफएसएल रिपोर्टए पोस्टमार्टम रिपोर्टए मेडिकल रिपोर्ट अथवा संबंधित चिकित्सकों की अनुपलब्धता के कारण लंबित हैए उनके त्वरित निराकरण हेतु संबंधित विभागों से चर्चा की जाएगी। ताकि विवेचना 60 अथवा 90 दिनों की समयावधि में पूर्ण की जा सके। इस दौरान श्री बंसल ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे क्षेत्र में सतर्कता बनाए रखें और किसी भी संभावित अप्रिय घटना की स्थिति में तत्काल उच्च कार्यालय को सूचित करे।