गोठीया ले तेहा निथार के
दया माया ल मिझार के l
रहत सदा दिन मनसे पन
चल रद्दा ल चतवार के l
पर पीरा ला अपन मान
दूसर के सुख ले हटा धियान l
दुखिया के आंसू ल पोछत रेंग
सबके सुख म तोर सुख जान l
सुमति के दिया ला बार के----
तोर जनम सफल गा हो जाही
जेन दिन पर दुख तोला जनाहि l
झन राहय सुवारथ तोर सेवा में
झन राहय कुछु कहीं ऐति ओति l
चल अइसन मन उजियार के----
सबके हित म तोर हित बने
झन रहे तोर मोर के झगरा l
दया मया तोर जस गीत बने
बहे नदिया प्रेम दुलार के l