सेहतनामा- कैंसर से बचना है तो रोज 30 मिनट टहलिए

Hemkumar Banjare
हम सब स्वस्थ और फिट रहना चाहते हैं। इसके लिए जिम और योग शिविर जाने का नया ट्रेंड चल रहा है। कुछ साल पहले जिस प्रोटीन के डिब्बे को सेहत के लिए खतरनाक माना जाता था, अब जिम जाते समय हर किसी के हाथ में वह आपको दिख जाएगा। आज के दौर में लोग अपनी एसी गाड़ियों में बैठकर जिम जाते हैं और वहां ट्रेडमिल पर दौड़कर पसीना बहाते हैं। टहलना, वॉक करना, काम की जगह पर पैदल जाना, पैदल बाजार जाना, पैदल चलकर बस, ट्रेन पकड़ना, ये सारी चीजें जो आज से महज दो दशक पहले थे हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा हुआ करती थीं, वो अब लुप्त हो चुकी हैं। इसके बजाय अब गली-गली में जिम खुल गए हैं। लोग पैदल नहीं चल रहे, जिम जा रहे हैं। जबकि फिट रहने के लिए हमें ज्यादा कुछ नहीं करना। सिर्फ रोज कुछ देर सड़क, पार्क, बगीचे में टहलना है। ये टहलना इतना जरूरी और कारगर है कि ये आपको कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचा सकता है। हाल ही में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में हुई एक रिसर्च कहती है कि रोजाना सिर्फ 30 मिनट टहलने से दिल की बीमारियों के खतरे को 19% तक कम किया जा सकता है। इसलिए आज सेहतनामा में टहलने के फायदों के बारे में बात करेंगे। टहलने से हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ में आश्चर्यजनक बदलाव हो सकते हैं। महिलाओं के लिए टहलना क्यों है जरूरी हार्वर्ड की यह स्टडी कहती है कि महिलाओं के लिए रोज सिर्फ 30 मिनट की वॉक ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती है। कैंसर का एक बड़ा कारण हमारी लाइफस्टाइल है, जिसमें फिजिकल मूवमेंट की कोई जगह नहीं। हम दिनभर ज्यादातर एक जगह ही बैठे रहते हैं। स्टडी के मुताबिक टहलने से शरीर में कैंसर से लड़ने वाली सेल्स स्ट्रॉन्ग होती हैं। अमेरिकन कैंसर सोसायटी की एक और रिसर्च में पाया गया कि जो महिलाएं हफ्ते में सात या उससे अधिक घंटे टहलती हैं, उनमें हफ्ते में तीन घंटे या उससे कम टहलने वाली महिलाओं के मुकाबले स्तन कैंसर का खतरा 14% कम हो जाता है। यानी हर दिन महज एक घंटे टहलने से स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की संभावना को कम किया जा सकता है। वॉक करने से वजन रहेगा काबू में, स्पीड का रखें ध्यान जिंदगी की भागदौड़ ने हमारे खानपान पर बहुत असर डाला है। बर्गर, पिज्जा जैसे अनहेल्दी खाने की वजह से पूरी दुनिया में ओबिसिटी यानी मोटापा बढ़ रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि 30 मिनट वॉक करने से 150-200 कैलोरी बर्न होती हैं। मतलब 30 मिनट टहलकर आप लगभग एक समोसे के बराबर कैलोरी बर्न कर सकते हैं। लेकिन आपकी कितनी कैलोरी बर्न हुई हैं, यह आपके चलने की स्पीड पर निर्भर करता है। जैसे, अगर आप 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलते हैं तो आपकी 1 घंटे में करीब 400 कैलोरी बर्न होती है। जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाएगा हर रोज कुछ देर टहलना आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ लोग टहलना बंद कर देते हैं। उन्हें लगता है कि टहलने से घुटने जवाब दे सकते हैं। लेकिन हार्वर्ड में हुई रिसर्च बताती है कि गठिया से परेशान लोगों के लिए टहलना एक दवा की तरह काम करता है। टहलने से घुटनों और कूल्हों को चिकनाई मिलती है, जिससे मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। इससे जोड़ों के दबाव और दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इम्यून सिस्टम को करेगा मजबूत, रोगों से लड़ने में मिलेगी ताकत हमारे शरीर और सेहत की बुनियाद है इम्यून सिस्टम। जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उन्हें सर्दी के मौसम में आए दिन खांसी, जुकाम की शिकायत रहती है। ऐसे में टहलना बहुत मददगार हो सकता है। टहलने के दौरान हम लंबी सांसों के जरिए ज्यादा ऑक्सीजन ले पाते हैं। हार्वर्ड में 1000 से अधिक पुरुषों और महिलाओं पर की गई एक अन्य स्टडी में पाया गया कि जो लोग दिन में कम से कम 20 मिनट टहलते हैं, वे अन्य लोगों की तुलना में 43 प्रतिशत कम बीमार पड़ते हैं। टहलने से मीठा खाने की तलब होती है कम कई बार जब आप किसी बात को लेकर स्ट्रेस महसूस करते हैं तो चॉकलेट, गुड़ या कोई और मिठाई खाने की जोर की तलब लगती है। इसे ‘शुगर क्रेविंग’ कहा जाता है। इसका हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। एक्सटर यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड में ऐसी कई स्टडीज हुईं, जो कहती हैं कि रोज सिर्फ 15 मिनट टहलने से स्ट्रेस लेवल कम हो सकता है। और इससे न सिर्फ स्ट्रेस कम होता है, ज्यादा मीठा खाने की इच्छा में भी कमी आती है। सर्दियों में वॉक पर जाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान टहलना शरीर के लिए अच्छा है, लेकिन सर्दियों के मौसम में टहलने के दौरान बहुत सावधानी बरतने की जरुरत है। फिजिशियन डॉ अकबर नकवी बताते हैं कि ठंड के मौसम में टहलने जाने से पहले लेयर वाले कपड़े पहनें। मोटी जैकेट या अन्य मोटे कपड़े पहनना ठीक नहीं है क्योंकि जब आप ज्यादा देर टहलेंगे तो शरीर गर्म होने पर पसीना आएगा। मजबूत एथलेटिक जूते पहनें, जिन्हें खेलने और दौड़ने के लिए ही डिजाइन किया जाता है। यह वजन में भी हल्के होते हैं। ध्यान रहे टहलते समय चमड़े के जूते नहीं पहनने चाहिए। डायबिटीज और दिल के मरीज बरतें ये सावधानियां दिल की बीमारी के मरीजों को खाना खाने के बाद टहलने से बचना चाहिए। उनके लिए खाली पेट टहलना फायदेमंद है क्योंकि खाना खाने के बाद उसे पचाने के लिए डबल ब्लड की जरुरत होती है। उसी समय हार्ट को भी डबल ब्लड चाहिए। ऐसे में दोनों को मुश्किल हो सकती है। हार्ट को ब्लड की शॉर्टेज होने पर एनजाइना यानी सीने में दर्द होने का खतरा रहता है। वहीं, अगर आपको डायबिटीज है तो खाना खाने के बाद ही टहलें। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की एक रिपोर्ट बताती है कि खाना खाने के बाद टहलने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।